दोस्तो आज हम आपके लिए दर्द भरी शायरी लेकर आये है आज हम आपको दुनिया की सबसे से ज्यादा दर्द भरी शायरी इन हिंदी १४०i बताने वाले है जो आपको बहुत पसंद आएगी अगर आपका भी दिल टूटा है या किसी ने तोड़ा है तो ये दर्द भरी शायरी इन हिंदी १४०आपके लिए ही है
Dard bhari shayari in hindi
Dard bhari shayari in hindi: उसके चले जाने के बाद
हम मोहब्बत नहीं करते किसी से
छोटी सी जिन्दगी है
किस किस को अजमाते रहेंगे.
दर्द भरी शायरी इन हिंदी १४०: मेरे अल्फाज़ों को झूठ ना समझना,
याद आती हो बहुत मिलने की दुआ रना,
जी रहा हूँ तुम्हारा नाम लेकर,
मर जाऊ तो बेवफा ना समझना
दर्द ज़ाहिर कभी करने नहीं देता मुझको
अश्क आंखों में भी भरने नहीं देता मुझको
जानता हूँ, कि मैं अब टूट चुका हूँ लेकिन
वो तो इक शख्स बिखरने नहीं देता मुझको.
दर्द भरी शायरी इन हिंदी : यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम;
न तमन्ना है कि किसी को रुलाएं हम;
जिसको जितना याद करते हैं;
उसे भी उतना याद आयें हम.
हर सपना किसी का पूरा नहीं होता,
कोई किसी के बिना अधुरा नहीं होता,
जो रौशन करता हैं सब रातों को....,
वो चाँद भी तो हर रात पूरा नहीं होता.
क्या करूँगा उसका इंतज़ार कर के,
जब चली गई वो मुझे बर्बाद कर के,
सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा,
मगर मिली सिर्फ तन्हाई उनसे प्यार कर के.
तकदीर ने जैसे चाहा ढल गए हम,
यूं तो संभल के चले थे फिर भी फिसलगए हम.
अपना यकीं है की दुनिया बदल गयी,
पर सबका ख्याल है के बदल गए हम.
मिलके बिछड़ना दस्तूर है जिंदगी का,
एक यही किस्स मशहूर है जिंदगी का,
बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते,
यही सबसे बड़ा कसूर है जिंदगी का।
आंसूं पीते हैं प्यास बुझाने के लिये,
आग हमने ही लगायी थी खुद को जलाने के लिये,
इस जनम में तो मुमकिन नहीं,
और जनम लगेंगे आपको भुलाने के लिये।
प्रेम करके हमने क्या पाया है,
बस अपना समय किया जाया है,
इश्क़ किया जिससे ज़हां से ज़्यादा,
उससे हमने बस धोखा खाया है.
जिंदगी देने वाले
मरता छोड़ गये
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये.
हर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है,
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है.
कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको
झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया,
सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया,
वो जान ही न पाई जजबात मेरे.....,
जिसे दुनियाँ में मैंने सबसे ज्यादा प्यार किया.
ऐसा भी नहीं की उससे मिला दे कोई,
कैसी हैं वो बस इतना बता दे कोई....,
सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुवा,
आज की रात तो जी भर के रुला दे कोई.
वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं
ये कुछ नही बस वक़्त का तक़ाज़ा है दोस्तो,
कभी हम तो कभी आप बदल जाते हैं.
फरेब था हम आशिकी समझ बैठे,
मौत को अपनी ज़िंदगी समझ बैठे,
वक़्त का मज़ाक था या बदनसीबी,
उनकी दोस्ती की दो बातों को,
हम प्यार समझ बैठे.
हमारी दास्तां उसे कहां कबूल थी,
मेरी वफायें उसके लिये फिजूल थीं,
कोई आस नहीं लेकिन कोई इतना बतादो,
मैंने चाहा उसे क्या ये मेरी भूल थी।
दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं,
हँसते हुए ज़ख्म किसे दिखाएँ.
कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब,
मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ.
लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से
जिन्दगी अधूरी नहीं होती
लेकिन लाखों के मिल जाने से
उस एक की कमी पूरी नहीं होती है
Hindi dard bhari shayari
ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं जबतक मोहब्बत होती नही
ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं जबतक मोहब्बत होती नही
मोहब्बत मोहब्बत नही जब तक हसा कर रुला देती नही.
मुझको रोते देख कर क्यों परेसान हो,
ये सबनम तो मेरी आँखों की जान हैं,
इतने गम के साये लगे हैं मेरे पीछे,
खुद मौत मेरी जिंदगी पे हैरान हैं ....
गुनाह करके सज़ा से डरते हैं,
जहर पी के दवा से डरते हैं,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं,
हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं.
दर्द होता नही दुनियाँ को दिखाने के लिए,
हर कोई रोता नही आँसू बहाने के लिए,
रूठने का मज़ा तो तब आता हैं दोस्तों...,
जब अपना हो कोई मनाने के लिए....
दूर तक तन्हाई का सफर हैं,
न कोई साथी न हमसफर हैं,
चलते हैं दिल के सहारे ये सोच कर,
की अगले ही मोड़ पे खुशियों का सहर हैं.
हम अपना दर्द किसी को कहते नही,
वो सोचते हैं की हम तन्हाई सहते नही,
आँखों से आँसू निकले भी तो कैसे,
क्योकि सूखे हुवे दरिया कभी बहते नही.
बेताब से रहते हे तेरी याद मे अक्सर,
रात भर नही सोते तेरी याद मे अक्सर,
जिस्म मे दर्द का बहाना सा बना के,
हम टूट के रोते हे तेरी याद मे अक्सर
साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टुटा करते
वक़्त की धुंध से लम्हे नहीं टुटा करते
लोग कहते हे मेरा सपना टूट गया
टूटी नींद है सपने नहीं टुटा करते.
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं.
हसीं चेहरे पर कभी ऐतबार ना करना,
तोड देते हैं दिल कभी प्यार ना करना,
है गुजारिश सबसे मेरी, मर जाओगे,
वो ना आयेंगे कभी इंतजार ना करना..
खामोश बैठें तो लोग कहते हैं
उदासी अच्छी नहीं ..
थोड़ा सा हँस लें तो
मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं
उनकी तस्वीर को सिने से लगा लेते हैं,
इस तरह जुदाई का गम मिटा देते हैं,
किसी तरह कभी उनका जिक्र हो जाये तो,
भींगी पलकों को हम झुका लेते हैं.
ज़िन्दगी ने आज कह दिया है मुझे,
किसी और से प्यार है,
मेरी मौत से पूछो,
अब उसे किस बात का इंतज़ार है.
पहले कभी ये यादें ये तनहाई थी,
कभी दिल पे मदहोशी छायी ना थी,
जाने क्या असर कर गयीं उसकी बातें,
वरना इस तरह कभी याद किसी की आयी ना थी।
क्यों कोई चाह कर महोब्बत निभा नहींपाता,
क्यों कोई चाह कर रिश्ता बना नहीं पाता,
क्यों लेती है जिंदगी ऐसी करवट,
कि कोई चाह कर भी प्यार जता नहीं पाता।
ज़िंदगी की राहों मे आगे जाओगे,
तो पीछे एक साया तुम हर दम पाओगे
मुड़ कर देखोगे तो तन्हाई होगी,
महसूस करोगे तो हमे पाओगे..
ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे,
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे,
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे
एक सिलसिले की उमीद थी जिनसे,
वही फ़ासले बनाते गये,
हम तो पास आने की कोशिश मे थे,
जाने क्यूँ वो दूरियाँ बढ़ाते गये.
मोहब्बत मुकदर है एक ख्वाब नही,
ये वोह अदा है कि सब जिसमे कामयाब नही.
जिन्हें पनाह मिली उंगलियो पर गिनलो उन्हें,
मगर जिनके कतल हुए उनका कोई हिसाब नहीं.
जिंदगी के रंग कितने निराले हैं
साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं
पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं
खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं.
सबसे दर्द भरी शायरी इन हिंदी
मुद्तों के बाद उसको
किसी के साथ खुश देखा
तो एहसास हुआ ...
काश की उसको बहुत पहले हे छोड़ दिया होता ....
मत रख हमसे वफा की उम्मीद,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर चोट दिल पे खायी है।
दिल टूट गया है फिर भी कसक सीने में बाकी है
नशे मैं मदहोश हैं तो क्या पैमाने मैं जाम अब भी बाकी है.
कोई रिश्ता टूट जाये दुख तो होता है,
अपने हो जायें पराये दुख तो होता है,
माना हम नहीं प्यार के काबिल
मगर इस तरह कोई ठुकराये दुख तो होता है।
दिल को हमसे चुराया आपने,
दूर होकर भी अपना बनाया आपने,
कभी भूल नहीं पायेंगे हम आपको,
क्योंकि याद रखना भी तो सिखाया आपने.
इन हसीनो से तो कफ़न अच्छा है,
जो मरते दम तक साथ जाता है,
ये तो जिंदा लोगो से मुह मोड़ लेती हैं,
कफ़न तो मुर्दों से भी लिपट जाता है.
हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।
तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे.
कहाँ वफा का सिला देते हैं लोग,
अब तो मोहब्बत की सजा देते हैं लोग,
पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्वाब,
फिर ऐतबार को आग लगा देते हैं लोग.
ज़िंदगी से यू चले है इल्ज़ाम लेकर,
बहुत जी चुके उसका नाम लेकर,
अकेले बाते करेंगे वो इन सितारो से,
जब हम चले जाएँगे उन्हे सारा आसमान देकर
दिल यूँना कभी उदास होता,
जो कोई अपना हमारे पास होता,
यूँ तो हमने साथ दिया अक्सर अपनों का,
पर काश किसी को हमारी तन्हाई का एहसास होता.
कल रात वो मिली ख्वाब में,
हम ने पूछा क्यों ठुकराया आपने,
जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे,
फिर कैसे पूछता क्यों रुलाया आपने.
तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगे
तेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगे,
मेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकले,
तेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे.
ये जान गँवा दी, ये जुबां गँवा दी,
हमने तेरे इश्क में दो जहान गँवा दी,
सीने में पड़े थे दिल के हजार टुकड़े,
एक नज़र से तूने उनमें आग लगा दी.
आप आँखों से दूर दिल के करीब थे,
हम आपके और आप हमारे नसीब थे,
न हम मिल सके, न जुदा हुवे......,
रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे.
हर पल दिल को बहला लेता हूँ,
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ,
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ,
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ.
रब उसे ऐसी तन्हाई न दे,
हम जी लेंगे तन्हा पर उसे तन्हाई न दे,
इन निगाहों में बसी रहे उसकी सूरत,
भले मेरी सूरत उसे दिखाई न दे.
क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले,
बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले....,
मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा,
मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले.
तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,
पर इनको ये बताना नहीं आया,
सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी,
पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया
प्यार में दर्द भरी शायरी हिंदी में
शिकायत है उन्हें कि,
हमें मोहब्बत करना नही आता,
शिकवा तो इस दिल को भी है,
पर इसे शिकायत करना नहीं आता
नदी जब किनारा छोर देती हैं,
राह की चट्टान तक तोर देती हैं,
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो,
जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं.
अपने दिल को अगर दुखाना हैं,
बहारों में अगर घर जलाना हैं....,
प्यार करो एक बेवफा से,
अगर मोहब्बत को आजमाना हैं.
उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम,
उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम,
जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ
जिसकी लो को हवासे बचा रहे थे हम
पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योकि इंशान थे हम....,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं,
कभी उसी सक्स की जान थे हम.....
कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयी,
किसी ने फूल रखके आंसूं की दो बूंद बहायी,
जब तक था जिंदा तब तक ठोकर खायी,
अब सो रहा हूं तो उसको मेरी याद आयी।
हमें न मोहब्बत मिली, न प्यार मिला,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा जिंदगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला.
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता,
वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए,
पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए
आंसू से पलके भींगा लेता था,
याद तेरी आती थी तो रो लेता था,
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर,
हर बार ये फैसला बदल लेता था.
कभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज्यादा मिटा क्या रोए.
दर्द देने का अंदाज कुछ ऐसा है
दर्द दे कर कहते है अब हाल कैसा है,
ज़हर दे कर कहते है अब पीना होगा,
जब पी लिए तो कहते है अब जीना होगा
मौत के बाद याद आ रहा है कोई,
मिट्ठी मेरी कबर से उठा रहा है कोई,
या खुदा दो पल की मोहल्लत और दे दे,
उदास मेरी कबर से जा रहा है कोई.
मेरे प्यार को दुनिया मे कोई समझ न पाया,
रोता था जब तन्हा कोई मेरे साथ न आया,
मिटा दिया खुद को उसके प्यार मे,
और लोग कहते हैं कि मुझे प्यार करना न आया
भरोसा है खुदी पर, नाखुदा की इल्तिजा कैसी,
मेरी कश्ती ही साहिल है, मेरी कश्ती में साहिल है।
ना वोह आ सके ना हम कभी जा सके,
ना दर्द दिल का किसी को सुना सके.
बस बैठे है यादों में उनकी,
ना उन्होंने याद किया और ना हम उनको भुला सके.
Dard bhari shayari for girlfriend
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा
यादें होती हैं सताने के लिए,
कोई रूठता हैं फिर मनाने के लिए,
रिश्ता बनाना कोई मुस्किल तो नहीं,
बस जान चली जाती हैं उसे निभाने के लिए.
मेरी उजरी दुनियाँ को तू आबाद न कर,
बीते लम्हों को तू फिर से याद न कर,
एक कैद परिंदे का हैं तुमसे यही कहना...,
मैं भूल चूका हूँ उड़ना मुझे फिर से आज़ाद न कर.
कल उसकी याद पूरी रात आती रही,
हम जागे पूरी दुनिया सोती रही,
आसमान में बिजली पूरी रात होती रही,
बस एक बारिश थी जो मेरे साथ रोतीरही.
नसीबों के खेल भी अजीब होते हैं,
प्यार में आंसू ही नसीब होते हैं,
कौन होना चाहता हे अपनों से जुदा,
पर अक्सर बिछड़ते हैं वो जो करीब होते हैं..
काश कोई हम पर प्यार जताता,
हमारी आंखों को अपने होंठों से छुपाता,
हम जब पूछते कौन हो तुम,
मुस्कुरा कर वो अपने आप को हमारी जान बताता
काश वो पल संग बिताए न होते
जिनको याद कर के ये आँसू आये ना होते
खुदा को अगर इस तरह दूर ले जाना ही था
तो इतनी गहराई से दिल मिलाए ना होते
अश्क बन कर आँखों से बहते हैं,
बहती आँखों से उनका दीदार करते हैं,
माना की ज़िंदगी मे उन्हे पा नही सकते,
फिर भी हम उनसे बहुत प्यार करते हैं.
आज हम भी एक नेक काम कर आए,
दिल की वसीयत किसी के नाम कर आए,
प्यार हैं उनसे ये जानते हैं वो......,
मज़बूरी थी जो झुकी नज़रों से इनकार कर आए.
दर्द की दास्ता अभी बाकी है,
महोबत का इम्तेहान अभी अभी बाकी है,
दिल करे तो फिर से वफ़ा करने आ जाना,
दिल ही तो टुटा है,
जान अभी बाकी है..
उनका भी कभी हम दीदार करते है
उनसे भी कभी हम प्यार करते है
क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी
पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है.
हंसने के बाद क्यों रुलात है दुनियां,
जाने के बाद क्यों भुला देती है ये दुनियां,
जिंदगी में क्या कोई कसर बाकी थी,
जो मरने के बाद भी जला देती है ये दुनियां.
वो हर बार अगर रूप बदल कर न आया होता,
धोका मैने न उस शख्स से यूँ खाया होता,
रहता अगर याद कर तुझे लौट के आती ही नहीं
ज़िन्दगी फिर मैने तुझे यु न गवाया होता
वो आये हैं महफिल में मगर खुशी से नहीं
वो बैठे हैं हमारे पास मगर दिल से नहीं
कौन कहता है वो प्यार नहीं करते
करते तो हैं मगर हमसे नहीं।
रात सुनती रही हम सुनाते रहे,
दर्द की दास्ताँ हम बताते रहे ,
मिटा न सके यादें जिनकी दिल से,
नाम लिख लिख कर उनको मिटाते रहे.
Dard bhari shayari for boyfriend
जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं,
क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं,
तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ,
गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता,
वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए,
पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए
दर्द को दर्द से न देखो,
दर्द को भी दर्द होता है,
दर्द को ज़रूरत है दोस्त की,
आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है
जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये
मेरे प्यार को दुनिया मे कोई समझ न पाया,
रोता था जब तन्हा कोई मेरे साथ न आया,
मिटा दिया खुद को उसके प्यार मे,
और लोग कहते हैं कि मुझे प्यार करना न आया
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं.
तिनका तिनका तूफान में बिखरते चले गये,
तनहायी की गहराईयो में उतरते चले गये,
उड़ते थे जिनके सहारे आसमांन में हम,
एक एक करके सब बिछड़ते चले गये।
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर,
तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर,
सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर,
क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर.
दर्द देने का अंदाज कुछ ऐसा है
दर्द दे कर कहते है अब हाल कैसा है,
ज़हर दे कर कहते है अब पीना होगा,
जब पी लिए तो कहते है अब जीना होगा
मौत के बाद याद आ रहा है कोई,
मिट्ठी मेरी कबर से उठा रहा है कोई,
या खुदा दो पल की मोहल्लत और दे दे,
उदास मेरी कबर से जा रहा है कोई.
कभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए.
आंसू से पलके भींगा लेता था,
याद तेरी आती थी तो रो लेता था,
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर,
हर बार ये फैसला बदल लेता था.
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता,
वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए,
पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए
हमें न मोहब्बत मिली, न प्यार मिला,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा जिंदगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला.
कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयी,
किसी ने फूल रखके आंसूं की दो बूंद बहायी,
जब तक था जिंदा तब तक ठोकर खायी,
अब सो रहा हूं तो उसको मेरी याद आयी।
Pyar Me Dard bhari shayari
याद करते है तुम्हे तनहाई में,
दिल डूबा है गमो की गहराई में,
हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में,
हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में.
पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योकि इंशान थे हम....,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं,
कभी उसी सक्स की जान थे हम.....
उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम,
उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम,
जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ जिसकी
बालो को हवासे बचा रहे थे हम
अपने दिल को अगर दुखाना हैं,
बहारों में अगर घर जलाना हैं....,
प्यार करो एक बेवफा से,
अगर मोहब्बत को आजमाना हैं.
नदी जब किनारा छोर देती हैं,
राह की चट्टान तक तोर देती हैं,
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो,
जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं.
शिकायत है उन्हें कि,
हमें मोहब्बत करना नही आता,
शिकवा तो इस दिल को भी है,
पर इसे शिकायत करना नहीं आता
तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,
पर इनको ये बताना नहीं आया,
सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी,
पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया
क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले,
बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले....,
मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा,
मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले.
रब उसे ऐसी तन्हाई न दे,
हम जी लेंगे तन्हा पर उसे तन्हाई न दे,
इन निगाहों में बसी रहे उसकी सूरत,
भले मेरी सूरत उसे दिखाई न दे.
आप आँखों से दूर दिल के करीब थे,
हम आपके और आप हमारे नसीब थे,
न हम मिल सके, न जुदा हुवे......,
रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे.
हर पल दिल को बहला लेता हूँ,
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ,
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ,
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ.
ये जान गँवा दी, ये जुबां गँवा दी,
हमने तेरे इश्क में दो जहान गँवा दी,
सीने में पड़े थे दिल के हजार टुकड़े,
एक नज़र से तूने उनमें आग लगा दी.
एक कसक दिल में दबी रह गई,
जिंदगी में उनकी कमी रह गई...,
इतनी उल्फत के बाद भी वो मुझे न मिली,
शायद मेरी किस्मत में ही कुछ कमी रह गई.
तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगे
तेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगे
मेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकले
तेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे.
बिन बात के ही रूठने की आदत है
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है
आप खुश रहें, मेरा क्या है मैं तो आइना हूँ
मुझे तो टूटने की आदत है.
Dard bhari hindi shayari
कल रात वो मिली ख्वाब में,
हम ने पूछा क्यों ठुकराया आपने,
जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे,
फिर कैसे पूछता क्यों रुलाया आपने.
ज़िंदगी से यू चले है इल्ज़ाम लेकर,
बहुत जी चुके उसका नाम लेकर,
अकेले बाते करेंगे वो इन सितारो से,
जब हम चले जाएँगे उन्हे सारा आसमान देकर
कहाँ वफा का सिला देते हैं लोग,
अब तो मोहब्बत की सजा देते हैं लोग,
पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्वाब,
फिर ऐतबार को आग लगा देते हैं लोग.
तन्हाई का उने मंज़र नहीं देखा,
अफ़सोस की मेरे दिल के अन्दर नहीं देखा,
दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने......,
वो लम्हा उसने कभी जी कर नहीं देखा.
तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे.
हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।
इन हसीनो से तो कफ़न अच्छा है,
जो मरते दम तक साथ जाता है,
ये तो जिंदा लोगो से मुह मोड़ लेती हैं,
कफ़न तो मुर्दों से भी लिपट जाता है.